IPO क्या होता है ? और यह कैसा काम करता है ?

Ipo क्या होता है – IPO का मतलब होता है (Initial Public Offering)! यह एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार सार्वजनिक रूप से अपने शेयरों को ऑफर करके सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है |

Ipo क्या होता है ?
Ipo क्या होता है ?

आईपीओ के माध्यम से कंपनी अपने बिजनेस का विस्तार एवं अपने फाइनेंशियल स्थिति को सुधारने के लिए आम जनता से पैसे उठाते है ,इसमें है आम जनता आवेदन करके उस कम्पनी का हिस्सेदार बन जाते है |

IPO कैसे काम करता है ?

Ipo कंपनी की तैयारी : कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट होने के लिए कई नियमों और कानूनों का पालन करना होता है, इसमें कंपनी का वित्तीय विवरण, व्यवसाय मॉडल, भविष्य की योजनाएं आदि शामिल होती हैं |

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इश्यू मैनेजर का चयन :

कंपनी एक इश्यू मैनेजर नियुक्त करती है जो IPO प्रक्रिया को संभालता है, यह मैनेजर कंपनी के शेयरों की कीमत तय करता है और उन्हें निवेशकों को बेचने की व्यवस्था करता है|

शेयरों की पेशकश :

कंपनी अपने शेयरों को निवेशकों को एक निश्चित समय के लिए ऑफर करती है. निवेशक इन शेयरों को खरीदने के लिए आवेदन करते हैं,जो कि यह आवेदन करने लिए 2 से 3 दिन की समय सीमा होती है जिसमें आप IPO के लिए पहली बार आवेदन कर सकते है | आईपीओ की पूरी प्रक्रिया 7 से 8 दिनों में पूरी होती है |

शेयरों का आवंटन : कंपनी आवेदनों के आधार पर निवेशकों को शेयर आवंटित करती है,एक पैन कार्ड आप एक बार ही आवेदन कर सकते है | आगर आप एक पैन कार्ड से 1 से ज्यादा आवेदन करते है तो आपका आवेदन रद्द कर दिया जाता है |

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शेयरों का लिस्टिंग : एक बार शेयर आवंटित हो जाने के बाद, कंपनी के शेयर शेयर बाजार में लिस्ट हो जाते हैं. इसके बाद से निवेशक इन शेयरों को खरीद-बेच सकते हैं |

IPO के फायदे:

पूंजी जुटाना : कंपनी को IPO के माध्यम से बड़ी मात्रा में पूंजी जुटाने का मौका मिलता है |

ब्रांड इमेज : IPO से कंपनी की ब्रांड इमेज बढ़ती है और उसकी विश्वसनीयता बढ़ती है |

लिक्विडिटी: शेयरों के सार्वजनिक होने से निवेशकों को अपने निवेश को आसानी से बेचने का मौका मिलता है |

IPO के नुकसान :

नियंत्रण कम होना : IPO के बाद कंपनी का नियंत्रण कम हो जाता है क्योंकि अब कई निवेशक कंपनी के शेयरधारक होते हैं |

दबाव: सार्वजनिक कंपनियों पर प्रदर्शन का दबाव होता है क्योंकि निवेशक रिटर्न की उम्मीद करते हैं |

नियमों का पालन: सार्वजनिक कंपनियों को कई नियमों और कानूनों का पालन करना होता है |

निवेशकों के लिए IPO :

रिटर्न का मौका: IPO में निवेश करने से निवेशकों को अच्छे रिटर्न मिलने की उम्मीद होती है अगर कोई कम्पनी अच्छा काम करने वाली होती है तो उसका ipo के लिए आवेदन कई गुना भर सकता है और मार्केट के डिमांड के आधार पे उसका लिस्टिंग कई प्रतिशत % बढ़ सकता है |जिससे निवेशकों को एक अच्छा मुनाफा मिल सकता है |

जोखिम: IPO में निवेश करना जोखिम भरा भी हो सकता है क्योंकि कंपनी का प्रदर्शन में अच्छा या बुरा होगा तो उसको निवेशकों की तरफ से अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिलेगा तो उसके ipo के लिस्टिंग उसके निर्धारित प्राइस से नीचे वो हो सकता है |

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IPO में निवेश करने से पहले : कंपनी के वित्तीय विवरणों का अध्ययन करें , कंपनी के व्यवसाय मॉडल और भविष्य की योजनाओं को समझें | मार्केट का विश्लेषण करें और कंपनी के शेयरों की कीमत का अंदाजा लगाएं, जोखिम लेने की अपनी क्षमता का आकलन करें.ध्यान दें: IPO में निवेश करने से पहले एक योग्य वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर ले |

IPO का चयन कैसे करें ?

IPO चुनना निवेश का एक महत्वपूर्ण निर्णय है। हर IPO अच्छा या बुरा नहीं होता। एक अच्छा IPO चुनने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  1. कंपनी का बिजनेस मॉडल समझें
  • कंपनी क्या करती है?
  • इसका बिजनेस मॉडल कैसा है?
  • भविष्य में इसकी ग्रोथ की संभावनाएं क्या हैं ?

2. प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स

  • कंपनी के प्रमोटर्स कौन हैं?
  • उनका ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है?
  • अन्य बड़े शेयरहोल्डर्स कौन हैं?

3. शेयर का भाव

  • शेयर का इश्यू प्राइस उचित है या नहीं?
  • कंपनी की तुलना में अन्य कंपनियों के शेयर का भाव क्या है?

4. अर्निंग प्रति शेयर (EPS)

  • कंपनी का EPS क्या है?
  • यह बढ़ रहा है या घट रहा है?

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5. पी/ई रेशियो (P/E)

  • कंपनी का पी/ई रेशियो क्या है?
  • उद्योग के औसत पी/ई रेशियो से इसकी तुलना करें।

6. वित्तीय विवरणों का विश्लेषण

  • कंपनी के बैलेंस शीट, प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट और कैश फ्लो स्टेटमेंट का गहराई से विश्लेषण करें।

7. उद्योग का विश्लेषण

  • कंपनी जिस उद्योग में काम करती है, उस उद्योग की वृद्धि की संभावनाएं क्या हैं?

8. विशेषज्ञों की राय

  • वित्तीय विशेषज्ञों और अनुभवी निवेशकों की राय लें।
    ध्यान रखने योग्य बातें:
  • IPO में निवेश हमेशा जोखिम भरा होता है।
  • केवल अच्छी तरह से शोध करने के बाद ही निवेश करें।
  • छोटी कंपनियों के IPO में निवेश करने से बचें।
    अतिरिक्त टिप्स:
  • IPO के बारे में पूरी जानकारी के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) को ध्यान से पढ़ें।
  • किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
    Disclaimer: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।

सेबसे ज्यादा पूछे जाने वाले कुछ सवाल

प्रश्नन – ipo क्या होता है ?

उत्तर – ipo एक ऐसा प्रोसेस होता है जिसके माध्यम से कंपनी अपना विस्तार करने के लिए पहली बार आम जनता से पैसा उठते है , इस प्रक्रिया को ipo कहते है |

प्रश्नन – IPO का फुल फॉर्म क्या होता है ?

उत्तर – ipo का फुल फॉर्म Initial public offering (शुरुआती सार्वजानिक प्रस्ताव) होता है |

प्रश्नन – एक कंपनी कितने बार ipo का सकते है ?

उत्तर – एक कंपनी एक बार ही ipo ला सकती है|

प्रश्नन – ipo कब खुलता है ?

उत्तर – ipo सुबह 10 बजे लेकर शाम 5 बजे तक खुला रहता है |

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